
सिविल कोर्ट के एक अधिवक्ता के घरज्यूडिशियल स्टाम्प फैक्ट्री का खुलासा किया है
बिहार के गोपालगंज में सिविल कोर्ट के एक अधिवक्ता के घर पर सदर एसडीएम और एसडीपीओ की टीम ने छापेमारी कर अवैध रूप से चल रहे ज्यूडिशियल और इन ज्यूडिशियल स्टाम्प फैक्ट्री का खुलासा किया है.
मामला नगर थाना क्षेत्र के मारवाड़ी मोहल्ले का है. हालांकि इस छापेमारी में स्टाम्प बनाने सभी लोग फरार हो गए. इस दौरान सदर एसडीएम और एसडीपीओ ने जो तस्वीरें देखी वो हैरान करने वाली थी.
दरअसल अधिवक्ता के घर पर टेबल पर फर्जी स्टाम्प और कंप्यूटर में फर्जी ई-टिकट मिले हैं. पुलिस ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार अधिवक्ता के मकान में फर्जी तरीके से नन ज्यूडिशियल और ज्यूडिशियल के साथ स्पेशल अवधेशी टिकट बनाने का खेल चल रहा था. सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार और एसडीपीओ प्रांजल त्रिपाठी की नेतृत्व में हुई छापेमारी के दौरान नकली टिकट और फर्जी मालगुजारी रसीद मिले हैं. साथ ही कई कार्यपालक पदाधिकारी, कोषागार पदाधिकारी और स्टाम्प वेंडरों के मुहर मिले है.
पांच घंटे तक चली रेड इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि सिविल कोर्ट के अधिवक्ता नवीन चंद्र के मकान में नकली स्टांप बनाने और बेचने की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद यहां छापेमारी की जा रही है. करीब 5 घंटे से अधिक समय तक चली पुलिस प्रशासन की छापेमारी में कई नकली स्टांप और मुहर बरामद किए गए हैं.पहले भी सामने आया था मामला
गोपालगंज में नकली स्टांप बनाने और बेचने का यह कोई पहला मामला नहीं है. दो माह पहले भी समाहरणालय के पास छापेमारी कर प्रशासन ने नकली स्टाम्प और कार्यपालक पदधिकारियों का मुहर पकड़ा था, जिसमें दो युवकों को जेल भेजा गया था.